कजाखस्तान में महंगाई के मुद्दे पर विरोध: प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मियों के बीच हुई झड़प

बीते कई हफ्तों से कजाखस्तान में महंगाई के मुद्दे पर लोगों के विरोध का सामना कर रही सरकार ने बुधवार इस्तीफा दे दिया। पर प्रदर्शन फिर भी जारी रहा और गुरुवार को प्रदर्शनकारी इतने हिंसक हो गए कि देश के सबसे बड़े शहर अलमाटी में प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारी उनके दफ्तरों में घुसने का प्रयास कर रहे थे, जिसके बाद झड़प में वे मारे गए। आपको बता दे लगातार तीसरे दिन सैकड़ों प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ अलमाटी के मुख्य चौराहे पर जमा थे।
गुरुवार को सुबह हथियारबंद पुलिसकर्मी और दर्जनों सैनिक घटनास्थल पर पहुंचे। बताया जा रहा है सुरक्षाकर्मियों के भीड़ के पास पहुंचने के बाद गोलियां चलने की आवाजें सुनी गईं, जिसके बाद से मुख्य चौराहे पर कोई खास गतिविधि दिखाई-सुनाई नहीं दी। मंगलवार को प्रदर्शन तब और तेज हो गए, जब अधिकारियों ने एलपीजी की कीमतों पर लगी सीमा हटा ली, जिसके बाद ईंधन की कीमतों में तेज वृद्धि देखने को मिली।
राष्ट्रपति कासिम जोमाट तोकायेव ने बुधवार को सरकार का इस्तीफा स्वीकार कर अलीखान समाईलोव को कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किया। साथ ही देश में दो हफ्तों का आपातकाल लागू और सरकार को तेल की कीमतें नियमित करने का आदेश दिया। प्रदर्शनों का स्तर देखते हुए राष्ट्रपति तोकायेव ने देश के नाम संबोधन में कहा था कि सरकार और सेना के दफ्तरों पर हमले का आह्वान पूरी तरह गैरकानूनी है।
इस हफ्ते ईंधन कीमतों में वृद्धि के बाद मंगलवार को जब प्रदर्शन तेज हुए, तो बीते दो दिनों में आठ पुलिसकर्मी और नेशनल गार्ड के सैनिक मारे गए। कजाखस्तान के राष्ट्रपति ने रूसी सुरक्षाबलों से मदद मांगी, उन्होंने शांति-सेना भेजने का प्रस्ताव दिया था। गुरुवार को कजाखस्तान के नेशनल बैंक ने अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए देशभर में बैंकों का कामकाज बंद रखने का फैसला किया है। पुरे देश में इंटरनेट भी बंद है।
हेमलता बिष्ट