Moscow: रूस ने दिखाए तीखे तेवर, EU को पूरी तरह से रोकी तेल और गैस की सप्लाई

Moscow: रूस ने दिखाए तीखे तेवर, EU को पूरी तरह से रोकी तेल और गैस की सप्लाई

रूस (Russia) पुरे यूरोप (Europe) को अकेले 40% नेचुरल गैस और तेल निर्यात करता है, हर साल यूरोपीय संघ (European Union) लगभग 2.2 मिलियन बैरल प्रति दिन (BPD) कच्चे तेल का आयात करता है, जिसमें पाइपलाइन के माध्यम से 0.7 मिलियन बीपीडी शामिल है। यूरोपीय संघ ने रूस से 1.2 मिलियन बीपीडी रिफाइंड तेल का भी आयात किया है, इसके अलावा 0.5 मिलियन बीपीडी डीजल भी शामिल है। लेकिन अब यह स्थिती बिगड़ती नज़र आ रही है, अमेरिका (America) और पश्चिमी देशों (Western Countries) द्वारा रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine) युद्ध के दौरान रूस के ऊपर लगाए गए प्रतिबन्ध का खामियाज़ा अब पूरे यूरोप को भुगतना पढ़ रहा है, इस गर्मी में दूसरी बार प्रमुख नॉर्ड स्ट्रीम 1 (Nord Stream 1) पाइपलाइन को रूस ने बंद कर दिया है, रूस ने पूरे यूरोप के लिये तेल और गैस की सप्लाई पूरी तरह से रोक दी है.

आर्थिक मंदी का दौर हो सकता है शुरू- EU  

यूरोपियन यूनियन के अधिकारीयों ने कहा है की अगर ऐसा ही चलता रहा तो पूरे यूरोप को आर्थिक मंदी के दौर से गुजरना पड़ सकता है, उनका मानना है की रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबन्ध ही उनके लिए अब मुसीबत बन गए हैं. 9 सितम्बर को यूरोपियन यूनियन ने अपने सभी देशों के ऊर्जा मंत्रियों की बैठक भी बुलाई है। 

कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और ठोस जीवाश्म ईंधन का मुख्या निर्यातक है रूस 

पूरे यूरोपियन यूनियन को प्राकृतिक गैस और ठोस जीवाश्म ईंधन के 29% का एक्सपोर्ट 2020 तक अकेले रूस ही करता था. हंगरी (Hungary) के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो (Peter Sizzarto) ने जून में ही इस बात का जिक्र किया था की "यदि आप रूस से गैस आयात करने में सक्षम नहीं हैं, तो देश रुक जाता है, अर्थव्यवस्था रुक जाती है, हम घरों को गर्म नहीं कर सकते, हम अर्थव्यवस्था को नहीं चला सकते। हमारा सवाल यह है कि समाधान कौन दे सकता है?”


कुशाग्र उपाध्याय